देहरादून (समीक्षा संवाददाता)। समाज की अन्तिम पँक्ति में खड़े व्यक्ति को जब कहीं से न्याय की आस नही होती तो वह घूम फिर कर और थक हार कर धस्माना के पास आता है। जी हां हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना की। अभी 1 सप्ताह पूर्व ही घटी एक घटना आपके संज्ञान मे होगी ही, जिसमे उत्तरकाशी के चिन्यालिसौड़ की एक गर्भवती महिला अपने गर्भ मे मृत बच्चे को लेकर 9 दिन तक ऑपरेशन के लिये इन्तज़ार करती रही और 8 दिन के बाद दून अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे हायर सेन्टर के लिये रेफर कर दिया तब उन्के परिजन अपनी परेशानी के हल के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना से मिले। श्री धस्माना ने उसी दिन सान्यकाल दून अस्पताल जाकर सीएमएस और चिकित्सकों से भेंट की और तत्काल उस महिला के ऑपरेशन करने की व्यवस्था करने का अनुरोध किया। तब अगले दिन चिकित्सकों ने उस महिला का ऑपरेशन करके उसके मृत भ्रूण को गर्भ से बाहर निकाला।
सीएमओ और जिलाधिकारी की सलाह पर अब अगले 14 दिनों तक घर पर ही रहेंगे धस्माना
इसी प्रकार गत वर्ष जब देहरादून मे डेंगू का प्रकोप फैला हुआ था, जिसमें देहरादून के प्रसिद्ध दन्त चिकित्सक डॉ0 अश्वनी डोभाल सहित कई लोग मौत के गाल में समा गये थे, तब भी धस्माना की वह शख्स थे, जो डेंगू के बारे मे जनता को जागरूक करने के साथ साथ पीड़ितों के घर जा कर उन्हे सांत्वना देने, विभिन्न अस्पतालों मे जा-जा कर वहाँ की व्यवस्थाओं को देखने के काम मे आगे रहे, जबकि राजनीति की बड़ी-बड़ी हस्तियां इस प्रकार के कार्यों से विमुख रहीं।
बकौल धस्माना, कल भी वे दून अस्पताल के भ्रमण से ढाई घन्टे पूर्व वहाँ के प्रशासनिक अधिकारियों, सीएमएस डॉ के के टमटा, डिप्टी एमएस डॉ खत्री और पीआरओ संदीप राणा के संज्ञान मे लाकर ही अस्पताल में कोरोना से निपटने के इंतजामों को देखने गये थे। किन्तु अस्पताल प्रशासन का कोई भी वरिष्ठ अधिकारी मिला ही नहीं, जो उन्हें जरूरी दिशा निर्देश देता। इसके बाद उन्होने वहाँ मौजूद नर्सिंग स्टाफ और अन्य कर्मचारियों से कोरोना से निपटने के लिए की गई तैयारियों की जानकारी ली। उन्होने यह भी बताया कि इस दौरान वे डबल मास्क लगाकर और अपने हाथों को सेनेटाइज करके ही अस्पताल मे घूमे और वापसी मे भी उम्होने हाथों को सेनेटाइज किया तथा अस्पताल मे ना तो किसी से हाथ मिलाया और नाही कुछ छुआ।
एक बयान में गोस्वामी तुलसीदास को उद्घृत करते हुए श्री धस्माना ने कहा "लाभ-हानि, जीवन-मरण, यश-अपयश विधि हाथ" पर मैं बहुत विश्वास करता हूँ और समाज के कल्याण के लिए ये विष भी कण्ठस्थ करने के लिए तैयार हूँ।
श्री धस्माना ने कहा कि कल रात्रि सीएमओ और डिप्टी सीएमओ का मुझे फोन आया और उन्होने मुझे बताया, कि जिलाधिकारी महोदय ने उन्हे मुझसे जानकारी लेने और एहतियात बरतने की सलाह देने के निर्देश दिया है। इसलिये मुझे कोरोना वार्ड मे जाने के कारण एहतियातन 14 दिन अपने घर में रहने और किसी से ज्यादा ना मिलने जुलने की सलाह दी गई है, मैं उस सलाह के आधार पर अगले 14 दिन तक अपने घर पर ही रहूंगा।